झाबुआ से भोपाल तक
मेघनगर स्वतंत्रता दिवस पर प्रशासन की सारी व्यवस्था हुई ध्वस्त,
झंडा वंदन स्थल पर तिरंगे की जगह अलग अलग संगठनों के लगे झंडे बने चर्चा का विषय
झाबुआ…एक और पूरे देश में 78 वा स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम हर्षोउल्लास से मनाया गया.. लेकिन मेघनगर के दशहरा मैदान पर प्रशासन की भारी अव्यवस्था प्रशासनिक अधिकारीयो की लापरवाही अनियमितता आयोजन के संचालन से अंत तक दशहरा मैदान पर अव्यवस्था हावी रही. हालांकि शासन द्वारा स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से आयोजित करने के लिए कड़े निर्देश दिए गए साथ ही आयोजन में लगने वाला मद आर्थिक सहायता भी दी जाती रही है बावजुद यहाँ व्यवस्था की बजाए अव्यवस्था देखने को मिली एवं कागजों पर ही बड़े-बड़े टेंट साउंड लाइट होर्डिंग अन्य साज सज्जा इत्यादि के नाम पर बिल लगाकर इति श्री कर ली जाएगी। जबकि प्रशासन की आखो के सामने स्कूली बच्चे भारी भरकम मशीन पर खड़े होकर स्वतंत्रता दिवस का नजारा देख रहे थे मगर प्रशासन ने उन्हें वहा से हटाना मुनासिब नही समझा अगर बड़ा हादसा हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी कोन लेता …?
*टेंट केवल मंच पर ही लगे और स्कूल के बच्चे आमजनता खुले आसमान के नीचे*
झाबुआ मौसम विभाग की माने तो आज दिन भर का तापमान 31 से 35 डिग्री सेल्सियस तक रहा कड़ी धूप में देश के नोनीहाल बच्चे शिक्षक एवं स्वतंत्रता दिवस के आयोजन को देखने आए आम जनता को कड़ी धूप में बैठना पड़ा इस कड़कती धूप में स्कूल के बच्चे परेशान होते रहे स्कूली बच्चों में आयोजन के दौरान कुर्सी पर बैठने की होड़ व उठ उठ कर भागने धूप से बचने के प्रयास करते देखें गये शिक्षक शिक्षिकाओं ने बच्चों को अनुशासित रखने की जिम्मेदारी का निर्वाह न करते ख़ुद कुर्सीयो पर मेहमान की तरह बैठे नजर आए, वही आयोजन स्थल के समीप डेरे तम्बू वाले आपसी ख़िचतान में लड़ाई झगड़ा एक दूसरे को अपशब्द कह कर कुराटी मारते रहें।
*सुरक्षा व बैठक व्यवस्था का नही रखा ध्यान बच्चे ठेला गाड़ी एवं कंस्ट्रक्शन मशीन पर बैठे रहे*
दशहरा मैदान पर चार पहिया पार्किंग वाहन का डेरा जमा रहा इस वजह से मैदान की साफ सफाई एवं स्वतंत्रता उत्सव को देखने आए बच्चों एवं आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा यही वजह रही की कई बच्चों ने सी.सी रोड निर्माण मशीन के ऊपर तो कई नो निहाल ठेला गाड़ी के ऊपर खड़े होकर स्वतंत्रता दिवस के इस आयोजन को देख अपनी जान खतरे में डालते रहे लेकिन व्यवस्थापकों की ओर से चार पहिया वाहन समाहरोह स्थल से हटाए तक नही गए इस ओर नगर परिषद व स्थानीय आयोजक जनपद ने व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया।
*आयोजन स्थल पर गंदगी व ध्वज स्थल पर नहीं हुआ रंग रोगन*
दशहरा मैदान के चारों कोनो में कीचड़ मच्छर व गंदी बदबू से मैदान पटा रहा. साफ सफाई के अभाव में आप तस्वीरों में दशा माता के पीपल के सामने आयोजन स्थल के एंट्री गेट पॉइंट पर तस्वीरों में गंदगी साफ देख सकते हैं.इसी तरह की गंदगी मैदान के चारों तरफ फैली हुई दिखाई दी इतना ही नहीं जहा ध्वज लगाया गया वहा पर ना ही रंग रोगन किया गया ना ही उसके चारों तरफ कोई बाउंड्री बनाई गई.इस ध्वज स्थल पर आवारा मवेशी गंदगी करते हैं एवं डेरे तंबू वाले यहां स्नान कपड़े धोकर भोजन का झूटन आये दी डालते है इतना ही नही संचालन कर्ता की जुबान भी बार बार फिसलती रहीं। रुपरेखा व तैयारी की विधिवत् अवलोकन लगता नहीं किया गया बैठक की सूचना एक दशक में पहली बार इस आयोजन की मिडिया को नहीं मिलने की बात भी लोगो की जुबा पर सुनते नजर आई तो वही बच्चो की प्रस्तुति में पारितोषिक उपहार वितरण करने में अपनी अहम भूमिका अदा करने वाले मीडिया साथी नजर नहि आये।
*स्वतंत्रता दिवस का आयोजन था या किसी संगठन विशेष का आयोजन समझ के परे*
स्वतंत्रता समाहरोह में विभिन्न संघटनो के झड़े व डंडे लगे नजर आए इस ओर भी प्रशासन की लापरवाही नजर आई कुल मिलाकर नगर परिषद जनपद पंचायत इसका ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ते देखें गये। इस मामले के फोटो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हिंदू युवा जनजाति संगठन ने जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की बात कही कुल मिलाकर यह कार्यक्रम तू चल में आया कि तर्ज पर सम्पन्न करवा कर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर ली..अब जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होनी है तो भगवान ही जाने पर स्वतंत्रता दिवस वर्ष में एक ही बार आता है और तिरंगा हमारे देश की आन बान और शान है इसके सम्मान में किसी भी प्रकार की यदि कमी रही हो तो इस पर कार्रवाई होना चाहिए…?
वर्जन…
स्वतंत्रता दिवस समाहरोह जो कि मेघनगर के दशहरा मैदान पर आयोजित किया गया जहाँ मैदान में तिरंगे झंडे लगाना थे लेकिन वहां कोई और अन्य संगठन के झंडे लगे थे वाह क्या किसी प्रशासनिक अधिकारियों को नही दिखे क्या उसे क्यो नही हटाये गए उन जिमेदार अधिकारियों पर कार्यवाही होना चाहिए क्यो की ये तिरंगे का अपमान हैं
*कमल डामोर हिन्दू युवा जनजाति संगठन प्रमुख*