धर्म और आस्था
‘बहन की ममता, भाई का प्यार…’युगों पुराना है रक्षाबन्धन का त्यौहार -भानपुरिया
सेंट आर्नोल्ड स्कुल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया रक्षाबंधन का त्यौहार
झाबुआ जिले के मेघनगर के सेंट आर्नोल्ड स्कूल मैं स्कूल प्रबंधन शिक्षक गण एवं छात्र-छात्राओं द्वारा रक्षाबंधन पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों ने भाई बहन के प्यार को लेकर एक से बढ़कर एक रंगारंग प्रस्तुति दी
कार्यक्रम मुख्य अतिथि श्री श्रीमती आरती भानपुरिया अपने उद्बोधन में एक बार भगवान कृष्ण की उंगली कट गई थी, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी से कपड़े का एक टुकड़ा बांधा था, जिससे खून बहना बंद हो गया था। इस घटना के बाद, कपड़े का टुकड़ा एक पवित्र धागा बन जाता है और रक्षा बंधन के वास्तविक महत्व का प्रतीक है कृष्ण एवं द्रोपदी के भाई बहन के पवित्र रिश्ते के बारे में विस्तृत रूप से बताते हुए राखी के महत्व प्रकाश डाला
एवं श्रीमती प्रेमलता भट्ट ने अपने उद्बोधन में भाई बहन के प्यार एवं त्योहारों के महत्व को बताया, संस्था प्राचार्य एन्ड्रूस लोबू ने सभी छात्र छात्राओ को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रक्षा बंधन भाई बहन के स्नेह का अनोखा त्यौहार है। रक्षा बंधन का पर्व भाई बहन के असीम प्रेम का प्रतीक पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके लिए मंगलकामनाएं करती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन लेते हैं कार्यक्रम में फादर जोन, फादर डिमेलो फादर, एंड्रूस लोबू, सिस्टर दीपा , जेम्स पाल शिक्षकगण, पालक- गण उपस्थित थे अतिथियों का स्वागत एवं आभार फादर एंड्रूस लोबू द्वारा प्रकट किया कार्यक्रम का संचालन स्कूल की छात्रा वैभवी गिरधानी, अवनी प्रजापत एवं मानसी डामोर द्वारा किया गया