झाबुआ से भोपाल तक

पिटोल में बिजली के झुलते तार दे रहे हादसों को न्योता

*झुलते तारों की वजह से खाद का ट्रक खाली होने तक विद्युत आपुर्ति रही बंद*

पिटोल  (निर्भय सिंह ठाकुर ) पिटोल में एक क्षैत्र विशेष में शनिवार को 2 घंटे से अधिक बिजली आपुर्ति महज इसलिये बंद करना पडी की यहां की आदिम जाति सहकारी संस्था पर खाद का एक ट्रक आया था जिसे वहां स्थित गोदाम में खाली किया जाना था। संस्था के सामने आम रोड पर जहां ट्रक खडा कर हम्मालों द्वारा खाद उतारी जा रही थी वहां ट्रक के उपर ही बिजली के तार झुल रहे थे। रिमझिम गिरते पानी के बीच हम्माल खाद उतार रहे थे तभी यह अंदेशा होने पर कि कोई हादसा हो सकता है। ऐहतियातन बिजली बंद करवाई गई। इस दौरान कई व्यापारीक संस्थानों पर कार्य ठप रहे।
          उल्लेखनिय है कि पिटोल कस्बे में जहां भीड भरे ईलाके है। वाहनों सहित सैकडों लोगों का आवागमन बना रहता है। इन स्थलों पर तार झुल रहे है। इससे वहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है। आ.जा.स.संस्था के सामने व हवेली मोहल्ले से लगे हुवे मार्ग पर तार ईतने निचे झुल रहे है कि किसी ऐसे लोडिंग वाहन के वहां से गुजरने पर यदि सावधानी नहीं बरती गई तो वह तार में दौड रहे करंट की चपेट में आ सकता है।
               **वर्षों पुराने* *खंबों पर* *लटके है तार* 
*         पिटोल के प्रमुख बाजार सहित यहां के कई गली मोहल्लों में गाडे गऐ सिमेंट के पोल अब जीर्ण शीर्ण हालत में है। जिन्हें बदले जाने की आश्यकता है। तार भी पुराने हो चुके है। स्थानीय बस स्टेण्ड पर कई बार ऐसे अवसर आऐ कि पक्षीयों के बैठने मात्र से तार टुटकर जमीन पर गिर गऐ। गनीमत रही कि चालु रोड होने के बावजुद कोई हादसे नहीं हुवे। ग्रामीणों की मांग है कि पिटोल में जहां जहां पर भी ऐसे हालात बने हुवे है उन्हें चिन्हित कर तत्काल ऐसे पोल को बदलने के साथ ही झुलते तारों की उंचाई बढाई जाऐ जिससे बेवजह विद्युत आपुर्ति बाधित करने का दंश आम लोगों को न झेलना पडे। गोरतलब है कि पोल जब गाढे गऐ थे तब के हालातों में तार की हाईट ठीक ठाक थी किंतु ईतने वर्षों में सडको की मरम्मते हुई कही पर सीसी रोड के काम हुवे नतीजा यह हुआ कि पोल की हाईट कम हुई व उसपर कसे गऐ तारों की सडक से हाईट कम हो गई जिसके चलते ये झुलते तार अब आम जन के लिये खतरा बनते जा रहे है।
फोटो – खाद से लदे ट्रक के उपर इस तरह से झुल रहे थे बिजली के तार।

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