एक्सक्लूसिव खबरें
जंगली जानवरों के खतरों से सावधान करने के लिये वनकर्मी उतरे मेदान मे , ग्रामीणों को कर रहे सतर्क
होटल व मटन शाॅप के संचालकों को दी हिदायत, मांस मछली का वेस्टेज जहां तहां नहीं डाले

पिटोल (निर्भय सिंह ठाकुर ) पिटोल कस्बे के समीप जंगली जानवरों के मुवमेंट से आमजन व मवेशीयों पर मंडराते खतरे से आगाह करने के लिये वन कर्मी एक्शन मोड में आ गऐ है। गत दिनों प्रकाशित खबरों के बाद पिटोल सब रेंज के डिप्टी रेंजर व सह कर्मियों नें मौका पंचनामा बनाकर इस बात से अवगत करवाया कि पिटोल कस्बे के आस पास जंगली जानवरों में खासकर लक्कड बग्घा जिसे क्षैत्र में लोग जरक के नाम से भी जानते है। अंधेरा होते ही घरों व होटलों के आस पास मंडराते व रोड क्रास करते देखा जा रहा है।
इस बात को गंभीरता से लेते हुवे कि वह बच्चों के साथ ही पशुओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचाऐ ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। इस विषय को लेकर वन कर्मियों द्वारा स्थानीय पुलिस चोकी पर भी अवगत करवाया गया है।

*क्यों आ रहा है गांव की ओर*
वन अमले ने बताया कि भुख के कारण इंदोर अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना में मरे जानवरों को खाने के साथ ही मार्ग के दोनो ओर संचालित होटलों पर बिकने वाले नाॅनवेज की हड्डीयों को खाने के लिये भी वे कस्बे के आस पास ये जानवर पहुंच रहे है। वन कर्मियों ने मांस मटन बेचने वाले व्यापारीयों को भी सख्त हिदायत दी है कि वे अपने वेस्टेज को कहीं दूर सुनसान क्षैत्र में ले जाकर ही फेंके।
*दी गई समझाईश*
परिक्षैत्र सहायक बापुसिंग बिलवाल ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारीयों के मार्गदर्शन में ग्रामीणों को वन्य प्राणीयों से सतर्क रहने की अपील की है। होटल संचालकों व ऐसे व्यापारी जो मांस मछली का व्यापार कर रहे है उन्हें समझाईश दी गई है कि वे वेस्टेज कस्बे से दूर ले जाकर फेके । बिलवाल नें यह भी बताया कि इन जानवरों द्वारा किसी पर हमला करने या किसी को नुकसान पहुंचाने की कोई खबर नहीं है।
