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‘‘मन की बात’’ में देश भक्ति की यह मिसाल अंचल के युवाओं में प्रेरणा जगा गई

‘‘बेटा गया तो क्या हुआ, वतन तो सलामत है ना’’

पिटोल (निर्भय सिंह ठाकुर)  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 125 वीं मन की बात के सीधा प्रसारण को देख रहे अंचल में झाबुआ विधानसभा के झाबुआ मण्डल के 46 बुथों पर बच्चों से लेकर बुढों ने हर एक बात को गोर से सुना। मण्डल अध्यक्ष दिनेश मेवाड ने बताया कि आधे घंटे के इस कार्यक्रम को प्रतिमाह अंचल के लोग उत्साह से सुनते है। टीवी नही ंतो मोबाईल पर ही सही पर सुनते जरुर है। अबकी बार सुरत के एक सुरक्षा गार्ड की वह मिसाल उनके मन में देश भक्ति की जगह बना गई जिसमें गार्ड नें ढाई हजार शहीदों के माता पिता की चरण रज को संभाल कर रखा है।
दिनेश मेवाड ने बताया कि अबकी बार प्रधानमंत्री जी के द्वारा सुरत के एक सिक्युरिटी गार्ड के उस देश प्रेम ओर अमर शहीद जवानों के उस आदर की चर्चा की गई जिसमें जितेन्द्र सिंह राठोड के बारे में यह कहा गया कि उनके बारे में जानकर आपको बहुत सुखद ऐहसास होगा। मन गर्व से भर जाऐगा। दर असल मोदी जी द्वारा यह बताया गया कि जितेन्द्र का सशस्त्र बलों के प्रति प्रेम ओर आदर, जीवन को सीख देता है। उनकी यह पहल देश भक्तों के लिये अद्भूत प्रेरणा है। कि प्रथम विश्व युद्ध से लेकर अब तक हुवे शहीदों की तस्वीरें ही नहीं बल्कि उनके माता पिता के चरणों की मिटट्ी भी उसने अपने घर पर संजोकर रखी है।


यहां से भर आया था जुनुन
एक बार एक शहीद के पिता की कही गई बातें उनके दिल को छू गई। शहीद के पिता ने जितेन्द्रसिंह से कहा ‘‘ बेटा गया तो क्या हुआ, वतन तो सलामत है ना’’। इस एक बात ने जितेन्द्रसिंह के मन में देश भक्ति का एक अद्भूत जुनून भर दिया। मन की बात सुनने के बाद आदिवासी अंचल के कमल बबेरिया ने बताया कि क्षैत्र के युवाओं को देश सेवा के लिये सेना में जाने का अवसर मिलता है तो वे उन्हें आगे आकर प्रेरित करेंगे।

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