धर्म और आस्था
कावड लेकर नन्हें कदमों ने नाप दिये 5 घंटे में 25 किलोमीटर
जय भोले कावड यात्रा में देवझीरी से पिटोल तक भोले की भक्ति में झुमें कावडिये

पिटोल (निर्भय सिंह ठाकुर ) सोमवार को जिले के प्रसिद्ध तीर्थ देवझिरी के प्राचीन मंदिर के समिप गौ मुख से अविरल बह रहे जल प्रवाह वाले कुंड से जल लेकर बडी संख्या में कावडीये पिटोल के लिये निकले। कावड यात्रा के में 9 वर्ष की उम्र से लेकर इस वर्ष तीसरी बार अपनी यह यात्रा पूरी कर रहे शुभ धार्मिक आस्थाओं के प्रेरक बने हुवे थे। बगैर थके बगैर रुके 11 वर्षिय शुभ नागर नें भक्ति के इस रंग में रमें अन्य कावडियों का उत्साह भी दोगुना किया। शुभ से प्रेरित 8 वर्षिय रियांश ने भी अपनी पहली यात्रा का आरंभ किया। पिटोल पहुंचने पर ‘‘जय भोले कावड यात्रा’’ के साथ दोनों नन्हें कावडीयों का भी ग्रामीणों ने जमकर स्वागत किया।

*कावडीयों की बढती जा रही संख्या*
कावड यात्रा के आयोजक मण्डल ने बताया कि हर वर्ष कावडीयों की संख्या बढती जा रही है। सोमवार को निकली इस यात्रा में स्थानीय पुलिस बल का भी सराहनीय सहयोग था। देवझीरी से लेकर पिटोल तक हाईवे के किनारे किनारे गुजर रही इस पेदल कावड यात्रा की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया। कस्बे में पहुंचने के बाद सभी शिवालयों तक पुलिस का सहयोग बरकरार था। इधर पिटोल पहुंची इस यात्रा नें बैंड बाजों के साथ सभी शिवालयों पर जाकर जलाभिषेक किया।

*आगे आऐ सेवाभावी भक्त*
पेदल चल रहे कावडीयों के लिये कोई फलाहार तो कोई मिठाई कोई पानी तो कोई फलाहार नमकीन लेकर पहुंच रहा था। रास्ते भर सेवाभावी भक्तों ने अलग अलग चल रही भोले के भक्तों की टोलियों को साधने में कोई कसर नहीं छोडी। सब तक जल पान पहुंचाने का प्रयत्न किया। अपनी यात्रा पूरी कर सभी कावडीये जब पिटोल सागर होटल पर एकत्रित हुवे वहां कावडीयों का भव्य स्वागत कर सभी के लिये फलाहार का प्रबंध किया गया।
एक ही दिन में पिटोल पहुंची तीन अलग अलग यात्राओं का पिटोल नगर में स्वागत किया गया । गुजरात के केदारनाथ( कालीडेम) से आदिवासी समाज की कावड यात्रा पिटोल होते हुवे मंडली पहुंची । दुसरी ओर कोटेश्वर से शिवम कावड यात्रा के साथ झाबुआ होकर पिटोल पहुंचे तकरीबन 30 युवकों का भी स्वागत किया गया जो कि गत 26 वर्षों से इस यात्रा के सहभागी है। सोमवार को दिन भर पिटोल का माहौल भक्तिमय बना रहा।