
झाबुआ जिले में जिला कलेक्टर नेहा मीना लगातार अधिकारीयो को निर्देशित कर जिले में शिक्षा,स्वास्थ्य,सहित अनेक योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए हरदम प्रयास रत है मगर जमीनी स्तर पर अधिकारी जिला कलेक्टर की मंशा को धूमिल करने में लगे है एक ओर जहां महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया द्वारा मोटी आई कैम्पेन को जिले में लागू करने के बाद उसके सकारात्मक परिणाम आने के बाद अन्य जिलों में भी इसे शुरू किया गया ताकि प्रदेश कुपोषण से मुक्त हो सके किन्तु झाबुआ जिले के कल्याणपूरा के अंतर्गत आने वाले ग्राम लोहारिया में लोहारिया फस्ट की आंगनवाड़ी केंद्र पर समुह संचालक द्वारा मनमानी करते हुवे इन बच्चों के हक का निवाला भोजन व नाश्ता छीना जा रहा हैं…जिसकी वजह से अभिभावक भी अब इन आंगनवाड़ी केंद्रों पर अपने बच्चो को भेजने से मना कर रहे है…ग्रामीणों का आरोप हैं कि आंगनवाड़ी में समूह द्वारा जो भोजन दिया जाता हैं वो भोजन इन बच्चो को कई दिनों से नही मिला हैं रोजाना बच्चे खाली थाली लेकर भोजन का इंतजार करते रहते है लेकिन इन नन्हे मुन्ने नोनिहालो को भोजन नही मिल रहा जब कि सरकार इन बच्चो के लिए लाखों रुपये भेज रही हैं ताकि इन बच्चो को एक टाइम का भरपेट भोजन मिल सके लेकिन यह समूह वाले अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है और बच्चो के निवालों पर डाका डाल रहे हैं
.आप तस्वीर देख कर अंदाजा लगा सकते है किस तरह आगनवाड़ी केंद्र पर अभिभावक मंगलवार के दिन अपने बच्चो को लेकर बैठी हुई है और भोजन आने का इंतज़ार कर रही है मगर उन्हें हर बार की तरह मायूस होना पड़ा और खाली थाली लेकर अपने बच्चों के साथ घर लौटना पड़ा ऐसे में अगर बच्चो को केंद्र पर भोजन व नाश्ता नही दिया जा रहा है तो कुपोषण केसे दूर होगा जबकिं समुह संचालक को गेहू ,चावल के अलावा मोटी राशि हर माह प्राप्त होती है फिर क्यो वह बच्चो के हक का निवाला छीन रहा है आखिर ऐसे समूह संचालक पर विभाग क्यो कार्यवाही नही कर रहा है यह सबसे बड़ा सवाल है …?
इनका कहना है
आगनवाडी केंद्र पर समहू द्वारा भोजन नही मिलने के सवाल पर सेक्टर सुपरवाइजर से फोन पर चर्चा की गई तो सेक्टर सुपर वाइजर का कहना है की मेरे पास अतिरिक्त प्रभार है ऐसा है तो मे देखती हु
चेतना ,सेक्टर सुपर वाइजर
मेरे द्वारा मोखिक मे सेक्टर सुपरवाइज़र को बताया गया था मेडम ने भी समूह वाले को भोजन नाश्ता देने के लिए कहा गया मगर वह कभी देता है कभी नहीं
सबीना मेडा कार्यकर्ता
मुझे मामला सज्ञान मे आया है मामले की जाच के बाद ही आपको मे कुछ बता पाऊँगी
पायल पाल परियोजना अधिकारी झाबुआ